Kaal Sarp Dosh Puja
काल सर्प दोष निवारण पूजा
- कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय?
- कालसर्प दोष क्यों होता है?
- कालसर्प दोष के उपाय?
- कालसर्प दोष के फायदे और नुकसान?
- कालसर्प दोष के लक्षण क्या होते हैं?
- कालसर्प दोष को हमेशा के लिए दूर कैसे करें?
- मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे पास काला सर्प दोष है?
- कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है?

Mind related Issues of Kaal Sarp Dosh
- Instability in Career: Despite hard work and talent, individuals with Anant Kaal Sarp Dosh often face delays and setbacks in their career. They may experience frequent job changes or struggle to maintain a stable professional path, leading to frustration and unfulfilled potential.
- Unfulfilled Ambitions: Rahu in the 1st house drives a strong desire for success, fame, and recognition, but these ambitions often lead to disappointment. Despite putting in significant effort, the outcomes may not align with expectations, resulting in frustration and dissatisfaction.
- Challenges in Marriage: Anant Kaal Sarp Dosh can cause delays in marriage or difficulties in finding a compatible partner. Married individuals may experience emotional distance, miscommunication, or loss of trust, leading to instability in relationships.
- Strained Partnerships: Anant Kaal Sarp Dosh can create difficulties in maintaining harmonious partnerships, both personal and professional. Individuals may often feel dissatisfied or experience unfulfilled expectations in close relationships, leading to emotional distance and a lack of connection. These challenges can create tension and make it hard to nurture and sustain meaningful bonds.
- Physical Ailments: Peoples influenced by Rahu and Ketu may suffer frequent headaches, stress-related issues, or skin conditions. Ketu’s energy can also contribute to lower abdominal problems or digestive disorders. These health challenges often add to overall discomfort and disrupt daily life.
काल सर्प दोष के प्रकार
काल सर्प दोष के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनका प्रभाव भी अलग-अलग होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कुल 12 प्रकार के काल सर्प दोष निम्नलिखित हैं:
1. अनंत काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (1st House) और केतु (7th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– मानसिक और शारीरिक समस्या
– कानूनी तथा सरकारी मुद्दों में उलझन
2. कुलिक काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (2nd House) और केतु (8th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है। ।
– वित्तीय समस्याएं
– संसाधनों के लिए संघर्ष
– समाज में अन्य लोगों से अच्छा संबंध नहीं होता
3. वासुकी काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (3rd House) और केतु (9th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है। इससे प्रभावित व्यक्ति को जीवन में निरंतर संघर्ष करना पड़ता है।
4. शंखपाल काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (4th House) और केतु (10th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– मानसिक समस्या
– रिश्तेदारों से संबंधित कठिनाइयाँ
5. पद्म काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (5th House) और केतु (11th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– व्यक्ति को समाज में अपमान
– पितृत्व संबंधी समस्या
6. महा पद्म काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (5th House) और केतु (12th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– व्यक्ति को शारीरिक समस्या
7. तक्षक काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (1st House) और केतु (7th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है। यह दोष अनंत काल सर्प दोष का विपरीत होता है।
– व्यक्ति को विवाहित जीवन में संघर्ष
– मानसिक तनाव
8. शंखचूड़ काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (3rd House) और केतु (9th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– व्यक्ति को जीवन में कोई खुशी नहीं मिलती।
9. पातक काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (10th House) और केतु (14th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– परिवार में बहस और मतभेद
10. विषधर काल सर्प दोष:
कुंडली में जब राहु (5th House) और केतु (11th House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्या
11. शेषनाग काल सर्प दोष:
यह दोष महा पद्म काल सर्प दोष के विपरीत होता है। इसके कारण व्यक्ति कानूनी समस्याओं में फंस सकता है, जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है। हालांकि, यदि जन्म कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति शुभ हो, तो इससे व्यक्ति को राहत मिल सकती है।
12. कर्कोटक काल सर्प योग:
कुंडली में जब राहु (8th House) और केतु (2nd House) पर स्थित होते हैं, तो यह दोष उत्पन्न होता है।
– पुश्तैनी धन प्राप्त करने में कठिनाई
– मित्रों से धोखा मिलने की संभावना
– अचानक आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है
– आकस्मिक मृत्यु का खतरा



काल सर्प दोष शांति पूजा
कालसर्प पूजा की शुरुआत भगवान शिव की पूजा और गोदावरी नदी में पवित्र स्नान से होती है। यह प्रक्रिया आत्मा और मन की शुद्धि का प्रतीक मानी जाती है और मुख्य पूजा के लिए आधार तैयार करती है।
- प्रारंभिक संकल्प
- भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है।
- गमंडल पूजा होती है, जिसमें 12 नागमूर्तियों का उपयोग होता है।
- इनमें 10 मूर्तियाँ चांदी की, 1 सोने की और 1 तांबे की होना अनिवार्य है।
- इन नागमूर्तियों को लिंगतोभद्रमंडल में स्थापित किया जाता है और विधिपूर्वक प्राणप्रतिष्ठा कर षोडशोपचार पूजन किया जाता है।
- इसके बाद नागमूर्तियों का विसर्जन किया जाता है।
पूजा में राहु-केतु के मंत्र, सर्पसूक्त, मनसा देवी मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है। - मंत्रोच्चार के साथ हवन किया जाता है।
हवन के बाद, दोष निवारण के लिए निर्धारित प्रतिमा पर अभिषेक किया जाता है और उसे पवित्र जलाशय या नदी में विसर्जित किया जाता है। - इसके बाद तीर्थ में स्नान कर पूजा के दौरान धारण किए गए वस्त्र वहीं छोड़ दिए जाते हैं और नए वस्त्र धारण किए जाते हैं।
- अंत में, तांबे से बनी सर्प मूर्ति ज्योतिर्लिंग को अर्पित की जाती है। सोने की नागमूर्ति मुख्य गुरुजी को दी जाती है और अन्य नागमूर्तियाँ सहायक गुरुजियों को प्रदान की जाती हैं।
You can also do these Kaal Sarp Dosh Remedies yourself
भगवान शिव की पूजा करें : सोमवार को दूध, फूल, फल और बिल्व पत्र से शिव पूजा करें। आप सोमवार को शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाकर रुद्राभिषेक भी कर सकते हैं।
मंत्र पढ़ें : पंचाक्षर मंत्र “ओम नमः शिवाय” का प्रतिदिन 108 बार जाप करें। आप प्रतिदिन 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
पवित्र स्थानों की यात्रा करें : तमिलनाडु में रामेश्वरम मंदिर, उज्जैन में महाकालेश्वर, आंध्र प्रदेश में कालहस्ती या नासिक में त्र्यंबकेश्वर जैसे पवित्र स्थानों पर जाएँ।
नाग देवता से प्रार्थना करें : रविवार और पंचमी तिथि पर नागराज और अन्य नाग देवताओं से प्रार्थना करें।
साँपों को नुकसान पहुँचाने से बचें : साँप या किसी अन्य सरीसृप को चोट न पहुँचाएँ।
तैरते नारियल : बुरी ऊर्जा से छुटकारा पाने के लिए शनिवार को नदी में 11 नारियल बहाएं।

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