दस महाविद्या क्या है?
दस महाविद्याएँ तंत्र शास्त्र की प्रमुख देवियाँ हैं, जो भिन्न-भिन्न स्वरूपों में साधकों को सिद्धि, आत्मज्ञान, रक्षा, धन, शक्ति और तंत्र साधना में सफलता प्रदान करती हैं। दस महाविद्या यंत्र इन सभी देवियों की शक्ति को समाहित करता है और साधक को उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।
दस महाविद्या और उनका महत्व
- माँ काली – संहार और शक्ति की देवी
- उग्र रूप, काल का नाश करने वाली।
- भय, शत्रु बाधा, और तंत्र-सिद्धि में सहायक।
मंत्र: ॐ क्रीं कालिकायै नमः॥
- माँ तारा – ज्ञान और मोक्ष की देवी
- उद्धार करने वाली, संकटों से रक्षा करती हैं।
- आध्यात्मिक जागृति और सुरक्षा प्रदान करती हैं।
मंत्र: ॐ ह्रीं स्त्रीं हुम् तारायै फट्॥
- माँ त्रिपुर सुंदरी – सौंदर्य और समृद्धि की देवी
- प्रेम, ऐश्वर्य और सौंदर्य प्रदान करने वाली।
- परिवारिक सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य देती हैं।
मंत्र: ॐ ऐं क्लीं सौः श्री महात्रिपुरसुंदरीयै नमः॥
- माँ भुवनेश्वरी – सृष्टि की अधिष्ठात्री देवी
- सृष्टि और ब्रह्मांड की नियंत्रक।
- नेतृत्व क्षमता, सफलता और शक्ति प्रदान करती हैं।
मंत्र: ॐ ह्रीं भुवनेश्वर्यै नमः॥
- माँ भैरवी – शक्ति और विजय की देवी
- शत्रु नाश, सुरक्षा और साहस प्रदान करने वाली।
- उग्र साधना और आत्मबल बढ़ाने में सहायक।
मंत्र: ॐ ह्रीं भैरव्यै नमः॥
- माँ छिन्नमस्ता – बलिदान और ऊर्जा की देवी
- आत्मशक्ति और आत्मत्याग का प्रतीक।
- मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति देती हैं।
मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वज्र वैरोचनीये हुम् हुम् फट् स्वाहा॥
- माँ धूमावती – त्याग और ज्ञान की देवी
- दुख, कष्ट और नकारात्मकता को दूर करने वाली।
- आत्मज्ञान और मुक्ति प्रदान करती हैं।
मंत्र: ॐ धूं धूं धूमावत्यै स्वाहा॥
- माँ बगलामुखी – शत्रु नाश और वाणी सिद्धि की देवी
- शत्रु बाधा निवारण और वाणी में प्रभाव प्रदान करने वाली।
- मुकदमों में विजय और आत्मरक्षा में सहायक।
मंत्र: ॐ ह्लीं बगलामुख्यै नमः॥
- माँ मातंगी – विद्या, कला और वाणी की देवी
- संगीत, ज्ञान, और विद्या में सफलता देने वाली।
- वाणी में प्रभाव और बुद्धि का विकास करती हैं।
मंत्र: ॐ ह्रीं मातंग्यै नमः॥
- माँ कमला – धन और समृद्धि की देवी
- वैभव, धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि देने वाली।
- माँ लक्ष्मी का तांत्रिक स्वरूप।
मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं कमलायै नमः॥
दस महाविद्या यंत्र क्या है?
दस महाविद्या यंत्र एक विशेष तांत्रिक यंत्र है, जो दसों महाविद्याओं की ऊर्जा और शक्तियों को संचित करता है। इस यंत्र की साधना करने से साधक को सभी महाविद्याओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सफलता, समृद्धि, शक्ति और आत्मरक्षा संभव होती है।
दस महाविद्या यंत्र के लाभ
- सभी तांत्रिक और आध्यात्मिक बाधाओं से मुक्ति।
- मानसिक, आत्मिक और आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति।
- धन, ऐश्वर्य, विद्या और सफलता में वृद्धि।
- शत्रु बाधा, नकारात्मक ऊर्जा और ग्रह दोषों से रक्षा।
- तंत्र साधना और आध्यात्मिक जागरूकता में सफलता।
दस महाविद्या यंत्र की स्थापना और पूजा विधि
- शुभ मुहूर्त – शुक्रवार, नवरात्रि, पूर्णिमा या विशेष तांत्रिक दिन पर स्थापित करें।
- स्थान – इसे पूजा कक्ष, कार्यस्थल या साधना स्थल में रखें।
- शुद्धि – गंगाजल, केसर, चंदन से यंत्र को शुद्ध करें।
- अर्चना – लाल पुष्प, कुमकुम, दीप और धूप अर्पित करें।
- मंत्र जाप – ॐ ऐं ह्रीं क्लीं दस महाविद्यायै नमः॥ का 108 बार जाप करें।
- नियमित पूजा – प्रतिदिन यंत्र का ध्यान करें और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करें।