Manglik Dosh
मांगलिक दोष
- मांगलिक दोष की काट?
- मांगलिक दोष के लक्षण?
- मांगलिक दोष में विवाह?
- मांगलिक दोष के लक्षण और उपाय?
- चन्द्र मांगलिक दोष के उपाय?
- मांगलिक होने के फायदे?
- मांगलिक दोष निवारण?
- मांगलिक दोष निवारण पूजा विधि?
- अगर कोई मांगलिक हो तो क्या होता है?
- मांगलिक दोष कितने साल तक रहता है?

Mind related Issues of Manglik Dosh
1. Delay in Marriage: Individuals with Manglik Dosha may face delays in finding a suitable life partner or getting married. This delay is often associated with difficulties in finding compatibility or overcoming obstacles in the path to marriage.
2. Marital Discord: Manglik Dosha is believed to contribute to conflicts, misunderstandings, and disharmony in marital relationships. It is often cited as a potential cause of marital discord and partner disagreements.
3. Health Issues: There is a belief that Manglik Dosha may also impact the health and well-being of the spouse, leading to ailments, accidents, or other health-related problems.
4. Financial Challenges: Some interpretations suggest that Manglik Dosha can bring financial instability or setbacks in married life, creating hurdles in achieving prosperity and success as a couple.
5. Potential for Widowhood: In extreme cases, Manglik Dosha is associated with the risk of early widowhood or separation from the spouse, leading to concerns about longevity and stability in marriage.
मांगलिक दोष का कारण
जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है, तो इसे मंगल दोष कहते हैं। यह स्थिति वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ मानी जाती है। मंगल दोष व्यक्ति के दांपत्य जीवन में चुनौतियां और अस्थिरता ला सकता है। कुछ ज्योतिषी इस दोष को चंद्र, सूर्य और शुक्र लग्न से भी देखते हैं। वैवाहिक समस्याओं से बचने के लिए मंगल दोष निवारण के उपाय करना आवश्यक होता है।
मंगल दोष के लक्षण
- मंगल दोष से पीड़ित जातक के विवाह में बाधाएं आती हैं, जैसे रिश्ता टूट जाना, विवाह में देरी होना, या शादी के बाद जीवनसाथी के साथ तालमेल में कठिनाई होना।
- यदि कुंडली के सातवें भाव में मंगल हो, तो पति-पत्नी के बीच मनमुटाव और कलह अधिक होते हैं, जो कभी-कभी तलाक का कारण बन सकते हैं।
- मंगल दोष के प्रभाव से जातक कर्ज से परेशान रहता है और भूमि या संपत्ति से जुड़ी समस्याओं का सामना करता है।
- द्वादश भाव में मंगल होने से वैवाहिक जीवन के साथ ही शारीरिक कमजोरी, रोग, कलह और आयु में कमी के संकेत मिलते हैं।
- मंगल दोष व्यक्ति के स्वभाव को गुस्सैल, क्रोधी और अहंकारी बना देता है।
- यह दोष ससुराल पक्ष से संबंधों में खटास का भी कारण बन सकता है।


मांगलिक दोष शांति पूजा
- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें|
- मंगलवार को लाल कपड़े पहनकर पूजा करें और हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं|
- मंगलवार को व्रत रखें|
- हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटें|
- लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से पूजा करें|
- मंगल ग्रह की शांति के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष या फिर मूंगा रत्न ज्योतिषी की सलाह से धारण करें |
- विवाह से पहले नीम का पेड़ लगाएं और 43 दिनों तक कम से कम पेड़ की देखरेख करें|
- मंगलवार के दिन लाल चीज़ों का दान करें|
You can also do these Manglik Dosh Remedies yourself Puja Procedure
- पारंपरिक मंगल पूजा मंगल मंत्र का 10,000 बार पाठ करने के साथ साथ षोडशोपचार चरणों के साथ की जाती है।
- पूजा में हवन अनुष्ठान भी शामिल है, जिसमें घी, तिल, जौ और भगवान मंगल से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री 1000 मंगल (कुज्जा) मंत्रों का पाठ करते हुए होम के तौर पर अर्पित की जाती है।
- वैदिक ज्योतिष के अनुसार हमारे कुण्डली में ग्रहों के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए यज्ञ को एक महत्वपूर्ण उपाय माना गया है। अधिकतम सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए, पूजा निकटतम सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त यानी मंगलवार या मंगल नक्षत्र के दिन की जाएगी।

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